Uttarakhand News: Haldwani: Maana: उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया, जब एक विशाल बर्फीला पहाड़ टूटकर गिर पड़ा। इस दर्दनाक हादसे में 55 लोग बर्फ में दब गए, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया, और भारतीय सेना व आईटीबीपी की टीमों ने तेजी से मोर्चा संभाल लिया।
इस घटना में नैनीताल जिले के दो भाई—नरेश बिष्ट और दीक्षित बिष्ट—भी शामिल थे। दोनों चमोली के मीणा गांव में कार्यरत हैं और हादसे के वक्त वहीं मौजूद थे। जब इस आपदा की खबर उनके परिवार को मिली, तो घर में कोहराम मच गया। परिजनों की बेचैनी बढ़ गई, लेकिन किस्मत ने साथ दिया और दोनों भाई सुरक्षित बचा लिए गए।
राहत की खबर:
शुक्रवार रात करीब 8 बजे नरेश बिष्ट ने अपने पिता धन सिंह बिष्ट से फोन पर संपर्क किया। नरेश ने बताया कि वह और उनका भतीजा (दीक्षित बिष्ट) पूरी तरह सुरक्षित हैं और फिलहाल सेना के अस्पताल में भर्ती हैं। इस खबर से परिवार की चिंता थोड़ी कम हुई।
नरेश की मां, दुर्गा बिष्ट, जिन्होंने दिनभर बेटे की सलामती के लिए प्रार्थना की थी, इस चमत्कारिक बचाव को सुनकर भावुक हो गईं। उन्होंने भगवान नीम करोली बाबा का आभार जताते हुए कहा कि बाबा के आशीर्वाद से ही उनके बेटे और भतीजे की जान बच सकी।
बचाव कार्य जारी:
प्रशासन और सेना की टीमों द्वारा इलाके में बड़े पैमाने पर राहत अभियान चलाया जा रहा है। हादसे में फंसे अन्य लोगों को निकालने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, कई लोग अभी भी बर्फ में फंसे हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है।
इस घटना ने उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के खतरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।